੧ਓ~SACHCHI ARDAAS~੧ਓ
ए मेरे वाहेगुरू -
- जिन्दगी बख्शी है,
तो जीने का सलीका भी बख्श।
- ज़ुबान बख्शी है मेरे मालिक,
तो सच्चे अल्फ़ाज़ भी बख्श।
- सभी के अन्दर तेरी ज्योत दिखे,
ऐसी तू मुझे नज़र भी बख्श।
- किसी का दिल न दुखे मेरी वजह से,
ऐसा अहसास भी तू मुझे बख्श।
- आपके चरणकमल में मैं लगा रहूँ
हे दाता ऐसा ध्यान भी बख्श।
- रिश्ते जो बनाये मेरे मालिक
उनमें अटूट प्यार तू भर।
- ज़िम्मेदारियाँ बख्शी हैं मेरे पालनहार
तो उनको निभाने की समझ भी बख्श।
- बुद्धि बख्शी है मेरे मालिक तो विवेक बख्श।
एक और अहसान कर दे
- जो कुछ है वो सब तेरा है तो
फिर इस मेरी "मैं" को भी बख्श ।
आप सभी को गुरुनानक जयंती की ढेर सारी शुभकामनाये।।
बाबा गुरुनानक देव जी की कृपा सदा आप सब पर बनी रहे।।
बाबा जी सदा आप सब पर मेहर करे।।
सतनाम् वाहेगुरु
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